क्षेत्रीय आयुर्वेदीय अनुसंधान केन्‍द्र, पोर्ट ब्‍लेयर

 

हमारे वि‍षय में

क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान केन्‍द्र (आरआरसीए), पोर्ट ब्‍लेयर पूर्व में आयुर्वेद जनजातिय स्‍वास्‍थ्‍य सेवा अनुसंधान परियोजना के रुप में जाना जाता था। जिसकी स्‍थापना 1989 में मालक्‍का अंडमान एवं निकोबार द्विप समूह के कार निकोबार स्‍थापना हुई थी दुर्भाग्‍य से शोध केन्‍द्र के साथ सभी रिकार्ड 26 दिसम्‍बर 2004 को पृथ्‍वी भूकम्‍प एवं समुद्र में सूनामी के दौरान विलय हो गया था उसके बाद इस परियोजना को 14 फरवरी 2005 में 30 विस्‍तरों वाले आयुष अस्‍पताल में,अंटलाटा केन्‍द्र , पोर्ट ब्‍लेयर हेतु कार निकोबार से स्‍थानान्तरित कर दिया एवं जनवरी 2015 से वहां पर कार्य कर रहे हैं। वर्तमान में यह ईकाई जंगलीघट, बंदरगाह पर टाईप -II तिहाई समारोह कर रहे हैं और इस द्विप समूह की समान्य आवादी एवं आदिवासी हेतु आयुर्वेदिक उपचार उपलब्‍ध करवाया जा रहा है।

इस परियोजना का उद्देश्‍य जन-जीवन की स्थि‍ति का अध्‍ययन करना, उनके द्वारा उपयोग की लोक दवाओं का, क्षेत्रीय औषधि पौधें की उपलब्‍धता का पता लगाना, स्‍वछता एवं रोगों की रोकथाम का प्रचार करना, उनको चिकित्‍सा स‍हायता प्रदान करना, स्‍वास्‍थ्‍य ऑकडों,आहार जनित, प्रकृति एवं प्रचलित रोग की आवर्ति से संबंधित जानकारी इकठ्ठा करने हेतु इत्‍यादि परियोजना का उद्देश्‍य है।

 

अधिकृत

 

जनजातिय स्‍वास्‍थ्‍य सेवा अनुसंधान

 

अन्‍य स्‍वास्‍थ्‍य गतिविधियॉ :

  • बहिरंग माध्‍यम से स्‍वस्‍थ्‍य सेवाएं

  • जनजातिय स्‍वास्‍थ्‍य सेवा अनुसंधान

  • वि‍शेष नैदानिक सेवाएं वृद्ध व्‍यक्तियों के स्‍वास्‍थ्‍य हेतु

  • स्‍वास्‍थ्‍य रक्षा कार्यक्रम जैसे बाहरी गतिविधि‍यां

 

गतिविधियां एवं उपलब्धियां :

 

नैदानिक अनुसंधान: यह ईकाई मलेरिया, उच्‍च रक्‍त चॉप एवं श्‍वांस रोग पर नैदानिक अध्‍ययन का संचलन किया गया है।

 

जनजातिय स्‍वास्‍थ्‍य सेवा सर्वेक्षण : इस परियोजना में गावों की 1,59,785 जनसंख्‍या के तहत इस परियोजना को पूर्ण किया गया है । एवं आयुर्वेदिक चिकित्‍सा शिविर सेवा द्वारा रोगयों को बहिरंग सुवि‍धा प्रदान की गई है। जबकि 492 लोक दवाओं को द्वारा एकत्रित किया गया एवं चिकित्‍सा सेवा शिविर में स्‍थानिय लोगों की चिकित्‍सा हेतु स्‍थानिय चिकित्‍स‍कों बुलाया गया।

अनुसंधान परियोजना का कार्य पद्धति पर है:

अनुसंधान परियोजना: चिकित्‍सा- वनस्‍पति शास्‍त्र का अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह में सर्वेक्षण पूर्ण हो चुका है। दक्षि‍ण अंडमान के इस परियोजना के तहत 160 लोक दवाओं का सर्वेक्षण छोटे अंडमान, हैवलाक, वैरातांग जंगल एकत्रित किया गया था। यहा तक आदिवासी स्वास्थ्‍य सेवा अनुसधान परियोजना में 5419 आदिवासी जनसख्‍या को स्वास्थ्‍य सेवा प्रदान की गई ।

 

अनुसंधान प्रकाशन

  1. अंडमान एवं निकोबार के आदिवासियों की स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी जनसंख्‍या।

  2. अंडमान एवं निकोबार के द्विप समूह में चिकित्‍सा – वनस्‍पतिविज्ञान का अवलोकन

 

डॉ. संतोष एस. मेन, प्रभारी अनुसंधान अधिकारी

जे.जी.इ टाइप-2, 28, आयुष अस्‍पताल के नजदीक ,

ज़ंगलीघाटपोर्टब्‍लेयर- 744103

दूर भाष – 3192-231738 (0).

फैक्‍स – 031923192-234965

-मेल athcrp-portblair@gov.in