मानसिक स्वास्थ्य एवं स्नायु विज्ञान उन्नत् आयुर्वेद केंद्र, बैंगलोर

संस्थान के बारे में

डॉ. उड्डुपा समिति के सिफारिश के अनुसार राष्ट्रीय मानिसक स्वास्थ्य संस्थान (वर्तमान में निम्हान्स) में एक नियमित विभाग आयुर्वेद अनुसंधान एकक की स्थापना वर्ष 1959 में हुआ था । तदनन्तर इस एकक को केन्द्रीय भारतीय चिकित्सा एवं होमियोपैथिक अनुसंधान संस्थान (वर्तमान में केन्द्रीय आयुर्वेदीय विज्ञान अनुसंधान परिषद् (सीसीआरएएस)) के साथ निदेशक/उप-कुलपति, निम्हान्स के तकनीकी निर्देशन के अधीन वर्ष 1971 में सम्मलित किया गया ।

  संस्थान के लिए निर्मित नया भवन में जून 2002 में इस संस्थान की शुरुआत हुई । संस्थान का अन्तर्रोगी विभाग 11 अगस्त 2003 में प्रारम्भ हुआ । अन्तर्रोगी विभाग में कुल 30 रोगीयों के विस्तर का 2 सामान्य वार्ड और 4 विशेष वार्ड (भुगतान वार्ड), दो सुसज्जित दो पंचकर्मा चिकित्सा कक्ष सुविधायें उपलब्ध है ।

अधिदेश:

1. मानसिक विकारों पर नैदानिक अनुसंधान ।
2. बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) और अन्तर्रोगी विभाग (आईपीडी) के माध्यम से स्वास्थ्य रक्षा सेवाएं ।
3. वृद्ध स्वास्थ्य देखभाल और मानसवात (Muscular Dystrophy) के लिए विशेष क्लीनिक ।
4. आयुर्वेद मोबाइल स्वास्थ्य रक्षण कार्यक्रम (एससीएसपी) के रूप में आउटरीच गतिविधियों ।

गतिविधियाँ

·     बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी सेवा)

·     अन्तर्रोगी विभाग (आईपीडी सेवा)

·     व्यापक पंचकर्म चिकित्सा

·     स्नायु मानसिक विकारों पर आईएमआर और ईएमआर / एससीएसपी अनुसंधान का आयोजन ।

इस संस्थान के अन्तर्रोगी विभाग में एक पुरुष और एक महिला के लिए दो अलग से सामान्य वार्ड है, प्रत्येक वार्ड में 13 विस्तरों से सुसज्जित है । इसके अतिरिक्त, भुगतान के आधार पर चार विशेष वार्ड भी उपलब्ध है । सभी पंचकर्मा चिकित्सा मामूली शुल्क के साथ अलग से पुरुष और महिला रोगियों के लिए प्रदान की जा रही हैं।

उपलब्धियाँ

1.    स्थापना के बाद से स्नायु मानसिक विकारों पर निम्हांस के साथ 31 परियोजनाओं और 04 सहयोगात्मक अध्ययनों के बारे में वैज्ञानिक और नैदानिक अध्ययन आयोजित किया गया है ।

2.    इस केंद्र में किए गए दो नियंत्रित नैदानिक अध्ययन के लिए गुजरात आयुर्वेद विश्वविद्यालय ने वर्ष 1975 और वर्ष 1990 में “हरिओम” स्वर्ण पदक से इस एकक को सम्मानित किया है |

3.    वर्ष 2001 और वर्ष 2010 में “मानसरोग” पर दो राष्ट्रीय सेमिनारों का आयोजन किया गया है ।

4.    वर्ष 2009 में ‘मानसरोग’ पर एक राष्ट्रीय संस्थान की स्थापना के लिए रोड मैप तैयार करने के लिए एक राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया।

5.    विश्व आयुर्वेद कांग्रेस 2010 के संबंध में इस केंद्र में मानसरोग में आयुर्वेद की भूमिका पर पूर्व कांग्रेस कार्यशाला का आयोजन किया गया था ।

 

संपर्क विवरणः

डॉ. डी. सुधाकर, सहायक निदेशक (आयु.) वैज्ञानिक-4
मानसिक स्वास्थ्य एवं स्नायु विज्ञान उन्नत् आयुर्वेद केंद्र, बैंगलोर
निम्हान्स, होसुर रोड, बेंगलूरु- 560029
फोन- 080-26567546 (कार्यालय), 26995243 (प्रत्येक्ष)

ईमेलः acamhns.bengaluru@gmail.com, acamhns-bengaluru@gov.in