संस्थान के बारे में
क्षेत्रीय आयुर्वेदीय जीवनशैली संबंधी विकार अनुसंधान संस्थान (आर ए आर आई एल एस डी) तिरुवनंतपुरम पूजप्पुरा में स्थित एक प्रतिष्ठित संस्थान है जो केन्द्रीय आयुर्वेदीय विज्ञान अनुसंधान परिषद का अंक है । जीवनशैली संबंधी विकार पर आयुर्वेदीय विज्ञान अनुसंधान के समन्वय, सहाय, एवं बढावा देते हुए इस संस्थान कार्यरत है । संस्थान का भवन 1.545 एकड में स्थित है । यहां पूर्ण विकसित जीवरसायन एवं विकृति विज्ञान के सहयोग से जीवनशैली संबंधी विकार पर नैदानिक अनुसंधान विभाग कार्यरत है । संस्थान के सुव्यवस्थित पुस्तकालय में 1600 से अधिक भिन्न विषयों के पुस्तकें तथा परिषद द्वारा प्रकाशित पुस्तकें बट्टे दर में विक्रय के लिए हैं, उपलब्ध हैं ।
संस्थान के बहिरंग विभाग में सभी कार्य-दिवसों में सामान्य एवं सभी मंगलवार तथा शुक्रवार में विशेष वयोचिकित्सा उपलब्ध हैं । जीवनशैली संबंधी विकार पर स्त्रीरोग, प्रमेह, स्थौल्य के विशेष बहिरंग विभागों क्रमश: सोमवार, बुधवार तथा गुरुवार को कार्यरत है ।
संस्थान में गर्भाशय ग्रन्धी पर इन्ट्राम्यूरल नैदानिक परीक्षण किया जा रहा है, इसके लिए रोगियों को बहिरंग विभाग से स्क्रीनिंग करके परीक्षण में शामिल किया जाता है। परीक्षण के लिए चुने गए रोगियों को औषधियां नि:शुल्क दे रहे हैं और प्रयोगशाला जांच भी नि:शुल्क किए जा रहे हैं ।
संस्थान में स्वच्छ भारत अभियान के उपलक्ष में स्वास्थ्य रक्षण कार्यक्रम तथा आयुर्वेद मोबाइल स्वास्थ्य रक्षा कार्यक्रम के तहत अनुसूचित जाति उप-योजना आदि दो चल कार्यक्रम निष्पादित किए जा रहे हैं। आसपास के नौ कालानियों ( एस आर पी के लिए पांच कालनियां और ए एम एच सी पी के लिए चार कालनियां) को चुनकर सभी तरह की चिकित्सा सहाय पहूंचा रहे हैं ।
30 बिस्तरों के सुसज्जित आई पी वार्ड शुरू करने हेतु मंजूरी की प्रतीक्षा में है।
ओ पी डी रोगियों के लिए सामान्य दर में, वयोचिकित्सा विभाग के रोगियों को बट्टे दर में तथा परीक्षण के अंतर्गत के एवं बी पी एल वर्ग के रोगियों को नि:शुल्क रूप में प्रयोगशाला जांच कर सकते हैं।
केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग द्वारा भवन के दूसरे तल एवं अलग रसोई ब्लाक का निर्माण शुरू किया गया है।